आप लोगों ने न्यूज़ चैनल में रिपोर्टिंग करते हुए बहुत सारे पत्रकारों को देखा होंगा, जो देश दुनिया से जुड़ी हुई तमाम खबरें इकट्ठा करते हैं और उसके बारे में लोगों को जानकारी देते है।
जिस तरह से विभिन्न विभागों में अलग-अलग पद होते हैं, इसी तरह से पत्रकारिता में भी बहुत सारे पद होते है और पद के आधार पर ही पत्रकार को सैलरी भी दी जाती है।
तो आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे, कि पत्रकार कितने प्रकार के होते हैं (Patrakar Kitne Prakar Ke Hote Hain) तथा पत्रकारिता का सबसे लोकप्रिय प्रकार कौन सा है।
पत्रकार कितने प्रकार के होते हैं? (Patrakar Kitne Prakar Ke Hote Hain Class 11 & 12)
![पत्रकार कितने प्रकार के होते हैं और कैसे बनें | पत्रकारिता का सबसे लोकप्रिय प्रकार कौन सा है? 1 पत्रकार कितने प्रकार के होते हैं और कैसे बनें | पत्रकारिता का सबसे लोकप्रिय प्रकार कौन सा है?](https://apnahindikhabar.in/wp-content/uploads/2024/03/पत्रकार-कितने-प्रकार-के-होते-हैं-1024x536.png)
पत्रकार को मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा गया है।
- फ्रीलांस पत्रकार
- पूर्णकालिक पत्रकार
- अंशकालिक पत्रकार
तो आइए अब पत्रकार के तीन भागों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
#1. फ्रीलांस पत्रकार | फ्रीलांसर पत्रकार किसे कहते हैं
फ्रीलांस पत्रकार को स्वतंत्र पत्रकार भी कहा जाता है, जो किसी एक समाचार पत्र संगठन के लिए काम नहीं करते हैं, बल्कि वह अलग-अलग समाचार पत्र संगठन के लिए काम करते हैं, जहां पर उनको अलग-अलग संस्थाओं से अलग-अलग सैलरी मिलती है और इन पत्रकारों के काम करने की समय सीमा भी निर्धारित नहीं होती है।
फ्रीलांस पत्रकार में लेखक भी आ सकते है, जो किसी भी एजेंसी के लिए पत्र लिखते हैं अथवा बड़े-बड़े समाचार पत्रों को भी अपनी सेवा देते है।
#2. पूर्णकालिक पत्रकार | पूर्णकालिक पत्रकार किसे कहते हैं
पूर्णकालिक पत्रकार उन पत्रकारों को कहा जाता है, जो किसी समाचार पत्र संगठन में नियमित वेतन भोगी के तौर पर काम करते हैं, अर्थात उनको प्रत्येक महीने सैलरी दी जाती है।
उदाहरण के लिए, आपने बहुत सारे समाचार पत्र संगठन जैसे अमर उजाला, दैनिक जागरण, में बहुत सारे पत्रकारों को काम करते देखा होगा, उनमें से ज्यादातर पत्रकार पूर्णकालिक पत्रकार होते हैं, जो किसी एक समाचार पत्र के लिए काम करते हैं और उसके लिए उनको नियमित वेतन मिलता है।
#3. अंशकालिक पत्रकार | अंशकालिक पत्रकार किसे कहते हैं
अंशकालिक पत्रकार उन पत्रकारों को कहा जाता है, जो किसी भी समाचार पत्र संगठन में निश्चित मानदेय पर काम करते हैं, यानी वह संगठन पार्ट टाइम के तौर पर लोगो को हायर करता है। अंशकालिक पत्रकार को स्ट्रिंगर भी कहा जाता है।
वर्तमान पत्रकारिता का स्वरूप क्या है? (Vartman Patrakarita Ka Swaroop Kya Hai)
वर्तमान समय में डिजिटल पत्रकारिता का चलन काफी बढ़ गया है। पहले के समय में जहां लोग रेडियो और अखबारों के माध्यम से प्रचार करते थे, वहीं आज के समय में यह सभी चीजें डिजिटल हो गई है और सभी न्यूज़ चैनल सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी व्यापक पहचान बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जिसमें सोशल मीडिया सबसे अहम भूमिका निभा रहा है।
तो आइए जानते हैं, कि मौजूदा समय में पत्रकारिता का कौन सा स्वरूप सबसे पॉपुलर है।
#1. इन्वेस्टिगेटिव पत्रकारिता
ऐसे संवेदनशील विषय जिसमे गहन जॉच की आवश्यकता होती है, जिसमें पत्रकार स्टिंग ऑपरेशन के माध्यम से बारीकी से मामले की जांच करते हैं, उसे ही इन्वेस्टिगेटिव पत्रकारिता कहते हैं।
#2. डिजिटल पत्रकारिता
वर्तमान समय में पत्रकारिता का मुख्य केंद्र डिजिटल पत्रकारिता है, क्योंकि सभी लोग अब ऑनलाइन अपनी व्यापक पहचान बनाना चाह रहे हैं। मनीष कश्यप जैसे कुछ पत्रकार डिजिटल पत्रकारिता के माध्यम से ही अपनी पहचान बना चुके हैं।
#3. डेटा पत्रकारिता
ऐसे पत्रकार जो आंकड़ों के माध्यम से दर्शकों के सामने किसी विषय को रखते हैं, उसे डेटा पत्रकारिता कहते हैं। यह पत्रकारिता काफी लोकप्रिय है। उदाहरण के तौर पर, पिछली सरकार तथा वर्तमान समय की सरकार की तुलना करने तथा दो देशों के बीच सैन्य बल की तुलना करना। यह सभी चीजें डेटा पत्रकारिता के अंतर्गत आती हैं।
पत्रकार बनने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है? (Patrakar Banne Ke Liye Kya-Kya Karna Padta Hai)
पत्रकार बनने के लिए आपको जर्नलिज्म में स्नातक की डिग्री हासिल करनी होगी, तत्पश्चात आप किसी भी न्यूज़ चैनल अथवा मीडिया संस्थान के साथ इंटर्नशिप कर सकते हैं, जिससे आपको रिपोर्टिंग तथा पत्रकारिता के बारे में ज्ञान होगा, साथ ही आपको अपने लेखन के कौशल क्षमता को बढ़ाना होगा, क्योंकि पत्रकारिता में लेखन एक महत्वपूर्ण भाग है।
इसके पश्चात आपको मीडिया से जुड़े हुए लोगों से अपना नेटवर्क बनाना होगा तथा उनसे पत्रकारिता के तौर तरीके सीखने होंगे, जिससे आप कम समय में बेहतर पत्रकार बन सकेंगे।
मान्यता प्राप्त पत्रकार कैसे बने? (Become a Journalist)
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पत्रकारिता अनुभव का फील्ड है और अनुभव बढ़ने के साथ ही आप धीरे-धीरे पत्रकारिता में महारत हासिल कर सकते है। पत्रकार बनने के लिए कुछ आवश्यक मापदंड निर्धारित किए गए हैं, जिसे आपको पूरा करना होगा।
- आप 12वीं कक्षा पास होने चाहिए, आप किसी भी फील्ड से 12वीं कक्षा पास कर सकते हैं।
- पत्रकारिता के फील्ड में आपको डिप्लोमा और बैचलर डिग्री पर भी जॉब मिल सकती है।
- आपको हिंदी अथवा अंग्रेजी भाषा का अच्छा ज्ञान होना चाहिए और आपको अच्छे ढंग से दोनों भाषाओं को लिखना और पढ़ना आना चाहिए।
- पत्रकारिता में भाषा का महत्वपूर्ण रोल होता है, क्योंकि यदि आप थोड़ी भी गलती करते हैं, तो लाखों करोड़ों लोगों तक गलत न्यूज़ फैल जाती है, इसीलिए यहां पर गलती की कोई भी गुंजाइश नहीं है।
- इसके अलावा आप अपने लोकल लैंग्वेज में भी पत्रकारिता कर सकते हैं, जैसे तमिल, तेलुगू, मराठी भाषा में भी आप पत्रकारिता कर सकते हैं।
- जर्नलिस्ट बनने के लिए आप IIMC (Indian Institute of Mass Education) का पेपर दे सकते हैं। यदि आप पेपर को क्रैक करते हैं, तो आप एक बड़े पत्रकार बन सकते है।
- अगर कोर्सेज की बात करें, तो आप Master of Art (Mass Communication), Master of Art (Journalism) में डिप्लोमा कर सकते हैं, जिससे आपको जॉब के अधिक अवसर मिलेंगे।
- आपको कंप्यूटर का भी अच्छा ज्ञान होना चाहिए, खास तौर पर हिंदी और इंग्लिश की टाइपिंग आपकी अच्छी होनी चाहिए।
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पत्रकारिता का सबसे लोकप्रिय प्रकार कौन सा है?
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वैसे तो पत्रकारिता कई प्रकार की होती है, लेकिन आज हम आपको पत्रकारिता के कुछ प्रमुख प्रकार के बारे में बताएंगे, जिसका इस्तेमाल अधिक होता है।
#1. पीत पत्रकारिता
वर्तमान समय में पीत पत्रकारिता सबसे लोकप्रिय प्रकार है, क्योंकि टीवी चैनल में जितने भी जर्नलिस्ट होते हैं, उन्हें पीत पत्रकार कहा जाता है, जो हमेशा न्यूज़ चैनल के माध्यम से लोगों को नई-नई खबरें देते हैं, हालांकि कई बार झूठी खबरें भी फैलाई जाती है।
आमतौर पर इन पत्रकारों का मुख्य मकसद होता है, कि वह लोगों को लंबे समय तक अपने कार्यक्रम में जोड़ें रहे, जिससे उनके न्यूज चैनल का टीआरपी बढे।
इसलिए बहुत सारे न्यूज़ चैनल पर काला सच, सनसनीखेज खबरें, आप की अदालत जैसी खबरें चलती रहती है।
#2. खोजी पत्रकारिता
किसी भी भ्रष्टाचार तथा गलत कार्यों की छानबीन करना और उसका रिपोर्ट तैयार करके लोगों को उसकी जानकारी देना खोजी पत्रकारिता कहलाता है, जिसे स्टिंग ऑपरेशन भी कहा जाता है।
आप लोगों ने देखा होगा, कि सुशांत सिंह राजपूत के केस में बहुत सारे न्यूज़ चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन किया था, इसी तरह से जब भी कोई बड़े मामले होते हैं, तो स्टिंग ऑपरेशन किया जाता हैं।
उदाहरण के लिए, यदि किसी शहर में अवैध तरीके से शराब बेचे जा रहे हैं, तो पत्रकार मामले की छानबीन करने के लिए वहां पर अपनी एक टीम लेकर जाते हैं और रिपोर्ट तैयार करके सरकार के पास भेजते हैं, जिससे सरकार एक्शन ले सकती है।
#3. एडवोकेसी पत्रकारिता
जब भी किसी मुद्दे अथवा विचारधारा के पक्ष में जनमत की सहमति लेनी होती है, तो यह एडवोकेसी पत्रकारिता के अंतर्गत आता है, जैसे आप लोगों ने देखा होगा, कि जब भारत में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत हुई थी, तो बहुत सारे न्यूज़ चैनलों ने इसके बारे में जानकारी दी थी, इसी तरह से योग दिवस पर भी लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए गए थे।
#4. फोटो पत्रकारिता
किसी भी सामाजिक मुद्दे या घटनाओं को जब किसी चित्र के माध्यम से दर्शाया जाता है, उसे ही फोटो पत्रकारिता कहते हैं, क्योंकि किसी भी घटना को जब किसी चित्र के माध्यम से दिखाया जाता है, तो लोगों को लंबे समय तक घटना याद रहता है।
#5. खेल पत्रकारिता
भारत में खेल का चलन काफी अधिक है, इसलिए खेल पत्रकारिता भी एक अभिन्न अंग है। बहुत सारे पत्रकार ऐसे होते हैं, जो केवल खेल से जुड़े हुए समाचार पत्र को प्रकाशित करते हैं, खासतौर पर भारत में क्रिकेट का चलन काफी अधिक है, इसलिए बहुत सारे पत्रकार क्रिकेट से जुड़े हुए समाचार को प्रकाशित करते हैं।
#6. महिला पत्रकारिता
महिलाओं को सशक्त बनाने की लगातार चर्चाएं होती रहती है और जब भी कोई ऐसा मामला सामने आता हैं, जहां महिलाओं का शोषण किया जाता है अथवा उनके साथ दुर्व्यवहार होता है, तो महिला पत्रकार मामले का विरोध करती है और उसके खिलाफ आवाज बुलंद करती है।
आजकल महिलाओं के खिलाफ बहुत सारे अपराध हो रहे है, इसलिए महिला पत्रकारिता की भूमिका काफी अधिक है। कुछ प्रमुख महिला पत्रकारों की बात करें, तो श्वेता सिंह, अंजना ओम कश्यप, विमला पाटिल जैसे बहुत सारी महिला पत्रकार है, जो आज पत्रकारिता में अपना जलवा बिखेर रही है।
#7. आर्थिक पत्रकारिता
किसी भी व्यापारिक मुद्दे के बारे में जानकारी देने के लिए आर्थिक पत्रकारिता की आवश्यकता होती है, जो किसी भी देश के बीच होने वाले व्यापारिक संबंधों पर चर्चा करते हैं तथा व्यापार में होने वाले लाभ हानि के बारे में लोगों को जानकारी देते हैं।
किसी देश से हो रहे व्यापारिक संबंधों का आम लोगों पर क्या असर पड़ने वाला है, उसका बारीकी से विश्लेषण करते हैं। खासतौर पर भारत में आर्थिक पत्रकारिता सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि यहां पर 70% आबादी गांव में रहती है, इसीलिए लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए आर्थिक पत्रकारिता काफी अहम है।
कुछ प्रमुख आर्थिक पत्रकारिता चैनल की बात करें, तो मनी कंट्रोल, इकानॉमिक टाईम, जैसे प्रमुख समाचार पत्र है, जो आर्थिक खबरों के बारे में जानकारी देते हैं।
#8. समाचार लेखन पत्रकारिता
समाचार लेखन पत्रकारिता भी पत्रकारिता का अभिन्न अंग है, यहां पर किसी भी खबर को लिखकर लोगों को जानकारी दी जाती है।
#9. कृषि पत्रकारिता
भारत को कृषि प्रधान देश माना जाता है, इसलिए कृषि पत्रकारिता के माध्यम से लोगों को कृषि से जुड़ी हुई जानकारी दी जाती है, जिससे लोग बेहतर फसल का उत्पादन कर सके। भारत में कृषि से जुड़े हुए कुछ प्रमुख चैनल भी है, जहां पर केवल खेती से बारे में जानकारी दी जाती है, जो कृषि विशेषज्ञ पत्रकार होते हैं, वह लोगों को कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने के बारे में सलाह भी देते हैं।
#10. रेडियो पत्रकारिता
आज से लगभग 15 साल पहले रेडियो का चलन काफी अधिक होता था और लोग रेडियो के माध्यम से ही समाचार सुना करते थे और आज के समय में भी पुराने समय के बहुत लोग रेडियो पर ही समाचार सुनते हैं।
#11. संसदीय पत्रकारिता
भारत में जब भी संसद का कार्यभार चल रहा होता है, तो उसका सीधा प्रसारण लोकसभा और राज्यसभा टीवी पर किया जाता है और कुछ संसदीय पत्रकार भी होते हैं, जो संसद में हो रहे कार्यभार के बारे में पूरी जानकारी देते है।
अभी हाल में ही फरवरी महीने में बजट को पेश किया गया था और वहां पर जो संसदीय पत्रकार थे, उन्होंने बजट का पूरा विश्लेषण किया था, कि यह बजट आम लोगों के लिए कितना लाभकारी है तथा बजट का आम जनता पर कितना असर पड़ने वाला है।
#12. वॉचडॉग पत्रकारिता
जिस तरह से एक कुत्ता पूरे घर की देखरेख करता है और घर में आने वाले लोगों पर पूरी नजर रखता है, इसी तरह से सरकार जो भी काम करती है, वॉचडॉग पत्रकार उस पर पूरी नजर रखते हैं और जहां पर कोई कमी होती है, उसके बारे में सरकार के मंत्रियों से बात भी करते हैं।
कुछ मुद्दे ऐसे भी होते हैं, जिन पर सुझाव लेने के लिए सरकार वॉचडॉग पत्रकारों की सहायता लेती है और यह पत्रकार सरकार को अपनी सलाह देते हैं और सरकार उस पर विचार करती है।
#13. पेज थ्री पत्रकारिता
पेज थ्री पत्रकारिता में बड़े-बड़े कलाकारों तथा अनेक पार्टियों से जुड़े हुए नेताओं का इंटरव्यू लिया जाता है और पत्रकार उनके निजी जिंदगी के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास करते है, कुछ न्यूज़ चैनल ऐसे भी होते हैं, जो चुनाव के समय में एक मंच का आयोजन करते हैं, जहां पर अन्य पार्टियों के नेता सम्मिलित होते हैं और वह अपने पार्टी अथवा संगठन के बारे में जानकारी देते है।
यूट्यूब पर भी बहुत सारे ऐसे चैनल है, जो लोगों का इंटरव्यू लेते हैं, जिसे पॉडकास्ट भी कहा जाता है, हालांकि यह लोग पत्रकारिता के अंतर्गत नहीं आते हैं।
निष्कर्ष | पत्रकार कितने प्रकार के होते है और पत्रकारिता का सबसे लोकप्रिय प्रकार कौन सा है?
इस लेख में हमने आपको पत्रकार के प्रकार के बारे में पूरी जानकारी दी है तथा कुछ लोकप्रिय पत्रकारिता के प्रकार के बारे में भी बताया है, जिसका चलन वर्तमान समय में काफी अधिक है। हम उम्मीद करते हैं, कि आपको इस लेख के माध्यम से पत्रकारिता के बारे में पूरी जानकारी मिली होगी।