उद्देश्य और विधेय क्या होता है (Uddeshya Aur Vidheya Kise Kahte Hai) | उद्देश्य कैसे लिखते है | विधेय किसे कहते है उदाहरण | Uddeshya Aur Vidheya Mein Antar | Uddeshya Aur Vidheya Ki Paribhasha आदि टॉपिक के बारे में पूरी इन्फॉर्मेशन जाने।
हिन्दी व्याकरण में कई तरह के महत्वपूर्ण टॉपिक होते हैं, जिनमें से उद्देश्य और विधेय भी एक अलग टॉपिक है। हिंदी में ये दोनों बहुत महत्वपूर्ण माने जाते है और आपको बता दें कि यह दोनों अलग होते है।
उद्देश्य और विधेय किसे कहते है इसके बारे में आज इस आर्टिकल में बताया जाने वाला है। इसी के साथ आपको इसके उदाहरण, इनकी परिभाषा और इन दोनों में अंतर इन सब पर भी नॉलेज लेने वाले है।
उद्देश्य और विधेय के बारे में पूरा जानने के लिए इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें ताकि आपको इस जरूरी टॉपिक के बारे में पूरा ज्ञान मिल सके।
उद्देश्य और विधेय किसे कहते हैं (Uddeshya Aur Vidheya Kise Kahte Hai)
उद्देश्य और विधेय हिंदी व्याकरण में काफी महत्वपूर्ण टॉपिक है और इनका व्याकरण में बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है।
उद्देश्य और विधेय किसे कहते है, इसके बारे में जानकारी अभी आपको बताई जाने वाली है। आप यहां पर इसके उदाहरण भी जान पाएंगे, तो आइए शुरू करते है।
उद्देश्य किसे कहते है (Uddeshya Kise Kahate Hain)
हिंदी व्याकरण में जब किसी वाक्य में किसी के बारे में कुछ बताया जाता है, तो वह उद्देश्य कहा जाता है। इसका मतलब है कि वाक्य में किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में बताया जाता है।
यही उद्देश्य की परिभाषा है और उद्देश्य, विधेय से अलग होते है। वाक्य में जो भी कर्ता होता है, उसी को व्याकरण में उद्देश्य कहा जाता है।
उद्देश्य की वाक्य में कोई ना कोई क्रिया होती है और आपको आसान शब्दों में बताएं तो वाक्य में जिसके बारे में बताया जा रहा है कि वह क्या है या क्या कर रहा है, वहीं उद्देश्य होता है।
विधेय किसे कहते है (Vidheya Kise Kahate Hain)
हिंदी व्याकरण में विधेय की परिभाषा बताएं तो वाक्य में जिसके बारे में जो कहा जाता है, उसको विधेय कहते है।
दूसरे शब्दों में बताएं तो वाक्य में जो उद्देश्य होता है, तो उद्देश्य के बारे में जो कहा जाता है वो भी विधेय कहलाता है।
विधेय वाक्य में उद्देश्य के बारे में बताई गई जानकारी होती है यानी कि वाक्य में उद्देश्य के बारे में जो कुछ भी कहा गया है, वो वाक्य का विधेय कहा जाता है।
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उद्देश्य और विधेय के उदाहरण (Uddeshya Aur Vidheya Ke Example)
उद्देश्य और विधेय के उदाहरण द्वारा अच्छे से समझा जा सकता है, इसलिए अब हम आपको सब बताने वाले है।
तो आइए उद्देश्य के उदाहरण और विधेय के उदाहरण द्वारा इन दोनों टॉपिक को आसानी से समझ सकते हैं, जो कि निम्नलिखित है।
पहले आपको एक उदाहरण से समझा देते है जैसे कि ‘वह लड़की बहुत अच्छी अंग्रेजी बोलती है’ इस वाक्य में उद्देश्य तो “वह लड़की” है और विधेय “बहुत अच्छी अंग्रेजी” है।
तो अब हम उद्देश्य विधेय के दस वाक्य बताने वाले है ताकि आप अच्छे से यह दोनों टॉपिक समझ पाएं।
उद्देश्य के उदाहरण क्या है (Uddeshya Ke Example)
अभी हम सिर्फ उद्देश्य के उदाहरण बताने वाले है और उसमें से उद्देश्य कौनसा है, वो भी बताने वाले है। इसके बाद आपको विधेय के उदाहरण बताएंगे।
- उसका भाई बहुत खुश हुआ। इस वाक्य में उद्देश्य “उसका भाई” है।
- वह आदमी यहां पर नया था। इस वाक्य में उद्देश्य “वह आदमी” है।
- स्कूल खुलने लगे हैं। इस वाक्य में उद्देश्य “स्कूल” है।
- उसकी बहन हिंदी मीडियम में पढ़ती है। इस वाक्य में उद्देश्य “उसकी बहन” है।
- रमेश हमेशा खेलता रहता है। इस वाक्य में उद्देश्य “मोहन” है।
- देव बाजार से सामान लेकर आया। इस वाक्य में उद्देश्य “देव” है।
- महाराणा प्रताप से युद्ध में जीतना असंभव है। इस वाक्य में उद्देश्य “महाराणा प्रताप” है।
- वह कॉलेज नहीं जाता है। इस वाक्य में उद्देश्य “वह” है।
- उसके दादा हर रोज पूजा पाठ करते है। इस वाक्य में उद्देश्य “उसके दादा” है।
- राम ने 14 वर्ष का वनवास काटा था। इस वाक्य में उद्देश्य “राम” है।
उद्देश्य और विधेय के अंतर्गत कौन कौन से पद आते हैं? (Uddeshya And Vidhey Ke Antargat Kaun Kaun Se Pad Aate Hai)
उद्देश्य और विधेय के अंतर्गत बहुत सारे पद आते हैं, जिसके तहत संगठन की प्रबंधन संरचना निर्धारित की जाती है। तो आइए इस लेख में उद्देश्य और विधेय के विभिन्न पद के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं।
उद्देश्य के अंतर्गत आने वाले पद
उद्देश्य के अंतर्गत विकास प्रबंधक, कार्यकारी निदेशक, अनुसंधान और विकास अधिकारी, रणनीतिक प्रबंधक और परियोजना प्रबंधक जैसे पद आते हैं। इन सभी पदों में कार्यकारी निदेशक सबसे प्रमुख अधिकारी होता है, जो संगठन के सभी कार्यों का संचालन करता है। अनुसंधान विकास अधिकारी सभी प्रभावी परियोजनाओं का संचालन करके उसमें आवश्यक सुधार करते हैं।
विधेय के अंतर्गत आने वाले पद
विधेय के अंतर्गत मानव संसाधन प्रबंधन, कानूनी सलाहकार, मॉनिटरिंग ऑफिसर, वित्त और लेखा प्रबंधक जैसे पद आते हैं। कानूनी सलाहकार का मुख्य काम संगठन में होने वाले सभी कानूनी प्रक्रियाओं की देखरेख करना तथा सरकार द्वारा लागू नीतियों का अनुपालन करना होता है।
बच्चों के लिए विधेय क्या है? (Baccho Ke Liye Vidhey Kya Hai)
बच्चों के लिए विधेय का मतलब सरकार द्वारा बनाए गए नीतियों के अनुसार स्कूल के बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा करना होता हैं, जिसमें बाल श्रम निषेध, बाल संरक्षण, बाल तस्करी, शिक्षा के अधिकार तथा बाल अधिकार संरक्षण शामिल होता है।
विधेय की आसान परिभाषा क्या है? (Vidhey Ki Asan Paribhasha Kya Hai)
विधेय का मतलब कानूनी नीतियों का पालन करना होता है। विधेय का मुख्य उद्देश्य होता है, कि सभी संगठन और व्यक्ति अपनी संस्था से जुड़े हुए सभी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करें और कानून की नीतियों का पालन करें। उदाहरण के लिए, एक शिक्षण संस्थान को संविधान में दिए गए शिक्षा अधिकारों के आधार पर बच्चों की रक्षा करनी होती है, इसी प्रकार एक कंपनी को श्रम कानून का पालन करना होता है।
विधेय के उदाहरण क्या है (Vidheya Ke Example)
अब हम आपको विधेय के बारे में बताने के लिए विधेय के उदाहरण बता रहे हैं तथा साथ ही आपको बताएंगे कि वाक्य में विधेय कैसे पहचान सकते है।
- वह समय पर मंदिर जाता है। इस वाक्य में विधेय “मंदिर जाता है” होगा।
- सूरज खाना बनाने में कुशल है। इस वाक्य में विधेय “खाना बनाने में कुशल है” होगा।
- उसके पापा घर बना रहे हैं। इस वाक्य में विधेय “घर बना रहे हैं” होगा।
- गाय घास खा रही है। इस वाक्य में विधेय “घास खा रही है” होगा।
- टीचर अंग्रेजी पढ़ा रहे हैं। इस वाक्य में विधेय “अंग्रेजी पढ़ा रहे हैं” होगा।
- वह किसान खेत में काम कर रहा है। इस वाक्य में विधेय “खेत में काम कर रहा है” होगा।
- सोहन किताब पढ़ रहा है। इस वाक्य में विधेय “किताब पढ़ रहा है” होगा।
- पशु पक्षी पेड़ के नीचे बैठे हैं। इस वाक्य में विधेय “पेड़ के नीचे बैठे हैं” होगा।
- सभी विद्यार्थी परीक्षा में बैठे हैं। इस वाक्य में विधेय “परीक्षा में बैठे हैं” होगा।
- जानवर भाग कर छित गए हैं। इस वाक्य में विधेय “भाग कर छिप गए हैं” होगा।
उद्देश्य और विधेय में क्या अंतर है (Uddeshya Aur Vidheya Mein Antar Kya Hai)
उद्देश्य और विधेय में भी थोड़ा अंतर है और इन दोनों में अंतर के द्वारा ही आप इनमे भेद जान सकते हैं, उद्देश्य और विधेय में इतना ज्यादा भी अंतर नहीं होता है।
उद्देश्य वह होता है, जिसके बारे में वाक्य में बताया जाता है जबकि जब वाक्य में उद्देश्य के संदर्भ में जो कुछ भी कहा जाता है, वह विधेय कहलाता है।
बस इतना ही उद्देश्य और विधेय में अंतर होता है, इसे जानकर ही आप वाक्य में उद्देश्य और विधेय में पहचान कर सकते है।
उद्देश्य और विधेय में अंतर के आधार पर आप वाक्य में आसानी से जान सकते है कि वाक्य में उद्देश्य कौनसा है और वाक्य में विधेय कौनसा है।
उद्देश्य और विधेय किसके अंग है (Uddeshya Aur Vidheya Kiske Ang Hai)
हिंदी में उद्देश्य और विधेय एक वाक्य के अंग होते है तथा ज्यादातर वाक्य उद्देश्य और विधेय दोनों के कारण ही बन पाते है।
आपने इस लेख में जितने भी उद्देश्य और विधेय के 10 उदाहरण देखें है तो आपने नोटिस किया होगा कि हर वाक्य उद्देश्य और विधेय के योग से ही बनता है।
इसलिए उद्देश्य और विधेय वाक्य के अंग कहलाते है और यह दोनों अलग होते हैं तथा इनकी पहचान एक वाक्य में आसानी से करी जा सकती है।
FAQs – उद्देश्य और विधेय किसे कहते हैं
उद्देश्य और विधेय के बारे में बहुत जानकारी यहां तक इस आर्टिकल आपको प्रदान की गई है, यदि आप इससे जुड़े कुछ सवाल जवाब पढ़ना चाहते है तो नीचे दी हुई जानकारी को जरूर पढ़ें।
Q1. विधेय की पहचान कैसे करें?
किसी वाक्य में विधेय यह बताता है कि विषय क्या कर रहा है या वाक्य में विषय क्या है। इस तरह से आप वाक्य में विधेय की पहचान कर सकते हैं।
Q2. विधेय वाक्य का क्या अर्थ होता है?
वाक्य में क्रिया या फिर उसके वाक्यांश को हम विधेय के नाम से जानते है, विधेय वाक्य में क्या क्रिया हो रही है इसके बारे में बताता है।
Q3. विधेय के कितने भाग होते हैं?
विधेय के तीन भाग होते है और यह सरल विधेय, यौगिक विधेय तथा पूर्ण विधेय होते है। इन तीनों विधेय की अलग अलग परिभाषा और अपनी पहचान होती है।
Q4. सरल वाक्य में कितने विधेय होते है?
सरल वाक्य में हमेशा एक ही विधेय होता है लेकिन इसमें एक से अधिक उद्देश्य होने की संभावना होती है।
Q5. उद्देश्य किसे कहा जाता है?
वाक्य में उद्देश्य उसको कहा जाता है, जिसके बारे में वाक्य में कहा जाता है यानी किसी वाक्य में जिसके बारे में बताया गया है, वह ही उस वाक्य में उद्देश्य होता है।
Q6. उद्देश्य और विधेय में क्या अंतर होता है?
जब किसी वाक्य में जिसके बारे में कहा जाता है, उसे उद्देश्य कहा जाता है और वाक्य में उद्देश्य के विषय के विषय में यानी उद्देश्य के बारे में जो कहा जाता है, उसको हम विधेय के नाम से जानते है।
Q7. क्रिया और विधेय में क्या अंतर है?
क्रिया विधेय का ही एक भाग मानी जाती है, वाक्य में जो कार्य होता है उसको क्रिया कहते है और वाक्य में उद्देश्य के बारे में जो कहा जाता है उसको विधेय कहते है।
Q8. उद्देश्य का उदाहरण क्या है?
‘वह आदमी बड़ा बलवान है’ इस वाक्य मे “वह आदमी” को हम उद्देश्य कह सकते है यानी इसमें यह उद्देश्य होता है।
Q9. विधेय का उदाहरण क्या है?
जैसे ‘वह लड़की होशियार है’ इस वाक्य में “होशियार है” को हम विधेय कह सकते है। इस तरह से किसी वाक्य में विधेय की पहचान हो सकती है।
Q10. वाक्य में उद्देश्य और विधेय को कैसे पहचानें?
जब किसी वाक्य में जिसके बारे में बताया जाता है, तो वह उद्देश्य होता है और उद्देश्य के बारे में क्या कहा जाता है, उसको हम विधेय कहते है। इस तरह से वाक्य में उद्देश्य और विधेय की पहचान होती है।
निष्कर्ष | उद्देश्य और विधेय किसे कहते है
उद्देश्य और विधेय किसे कहते है, इसके बारे में आपको आज के इस लेख में पूर्ण जानकारी प्रदान की गई है।
उद्देश्य और विधेय की परिभाषा, उद्देश्य और विधेय के उदाहरण, Uddeshya Aur Vidheya Mein Antar, Uddeshya Aur Vidheya In Hindi आदि जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक के बारे में भी आपको यहां सब बताया गया है।
यदि आपको उद्देश्य और विधेय के बारे में जानकारी से जुड़ा यह लेख अच्छा लगा है तो आप इस आर्टिकल को अन्य लोगों को भी साझा कर सकते है।